जिला मुख्यालय में विवाहिता ने सरयू नदी में छलांग लगा दी। इस पर उसे बचाने गई महिला भी बह गई है। पुलिस और फायर सर्विस की टीम दोनों महिलाओं की खोजबीन कर रही है। बहने वाली महिलाएं आपस में चाची-भतीजी हैं। जानकारी के अनुसार दफौट क्षेत्र के स्यालडोबा गांव की जीवंती पांडेय (39) पत्नी हरीश चंद्र पांडेय अपनी भतीजी ज्योति पाठक (25)
पुत्री शंकर दत्त पांडेय के साथ बागेश्वर आई थी। विकास भवन के समीप से चाची-भतीजी सरयू नदी के किनारे से गुजर रही थीं, अचानक भतीजी ने चाची का हाथ छुड़ाकर नदी में छलांग लगा दी। इन दिनों बारिश से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। नदी में कूदते ही वह तेज बहाव के संपर्क में आकर बहने लगी। उसे बहता देख चाची भी बचाने के लिए नदी में कूद गई। तेज बहाव की चपेट में आकर वह भी बह र्गईं। स्थानीय लोगों ने महिलाओं के बहने की सूचना 112 के माध्यम से पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस और फायर सर्विस की टीम मौके पर गई और खोजबीन शुरू कर दी।
बचाव टीम ने विकास भवन से बिलौना और सक्तेश्वर तक खोज कर ली है लेकिन समाचार लिखे जाने तक चाची और भतीजी का कोई पता नहीं चल सका है। सूचना मिलने के बाद महिलाओं के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। इधर, एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि दो महिलाओं के बहने की सूचना मिलते ही खोजबीन का कार्य शुरू कर दिया था। टीम दोनों की तलाश कर रही है।
मानसिक रूप से कमजोर थी ज्योति
सरयू नदी में छलांग लगाने वाली महिला ज्योति मानसिक रूप से बीमार थी। वह दिल्ली में रहती थी। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार उसकी बीमारी का कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराया गया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इन दिनों वह अपने चाचा-चाची के घर आई थी। उसके परिजनों ने झाड़फूंक करने वाले को यहां दिखाने का विचार किया। बताया जा रहा है कि रविवार को चाची उसे लेकर नगर के चौरासी में किसी पुछियार (देवी-देवताओं से संबंधित मामलों की जानकारी देने वाला) के यहां लेकर जा रही थी लेकिन उनके घर पहुंचने से पहले ही उसने नदी में छलांग लगा दी।
डेढ़ महीने में डूबने की पांच घटनाएं
जिले में नदी में डूबने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले डेढ़ महीने के दौरान नदी में डूबने की यह पांचवीं घटना है। इससे पूर्व चार घटनाएं हो चुकी हैं। एक जून को गरुड़ में फल्यांटी गांव के दो किशोर गोमती नदी में डूबकर जान गंवा बैठे थे। 13 जून को कपकोट के दूरस्थ गांव गोगिना में नहाने के दौरान चार किशोरों की डूबकर मौत हो गई थी। 23 जून को झटक्वाली के समीप से 15 वर्षीय किशोर की नदी में डूबने से मौत हो गई थी। आठ जुलाई को गरुड़ में एक नेपाली मूल का युवक गोमती नदी पार करने के दौरान बह गया था। उसका शव दूसरे दिन बरामद हुआ।