बागेश्वर। रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए महरगाड़ घाटी के सुखचौना ग्राम पंचायत के लोगों ने राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान ग्रामीणों ने सडीएम और डीएम कार्यालय में इसकी सूचना दी। ग्रामीणों का कहना है कि स्वीकृति मिलने के छह साल बाद भी सड़क का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान केदार सिंह कोश्यारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में ग्राम पंचायत के लोगों ने सड़क निर्माण न होने पर रोष प्रकट किया। लोगों ने एक स्वर से जन प्रतिनिधियों के विरोध का निर्णय लिया। कहा कि गांव के लोग किसी भी दल और प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे। नोटा भी विकल्प रहेगा। इस मौके पर जिला मुख्यालय पहुंचे लोगों ने डीएम विनीत कुमार को ज्ञापन देकर कहा कि वर्ष 2016 में रमाड़ी से भकूना तक सड़क को स्वीकृति दी गई। छह साल में सड़क रमाड़ी से ह्यूंडुंगरा तक 3.5 किमी हिस्से में ही कटी है। ह्यूंडुंगरा से पालनाधूरा 4.5 किमी और छीड़िया से भकूना तक दो किमी हिस्से में सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। सड़क न बनने से क्षेत्र के लोगों को सड़क तक आने के लिए साढ़े तीन किमी पैदल चलना पड़ता है। कहा कि सड़क निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधि लगातार आश्वासन देते रहे हैं, लेकिन सड़क का काम पूरा नहीं कराया गया। इससे खिन्न होकर ग्राम पंचायत के लोग आगामी चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। इन लोगों ने कपकोट के एसडीएम पारितोष वर्मा को भी ज्ञापन दिया है। गांव में हुई बैठक में नरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, मोहन सिंह, चंचल सिंह, राजेंद्र राम, मनोज कुमार, राम सिंह, जीवन सिंह, चंद्र सिंह, ललित सिंह, बहादुर सिंह, लक्ष्मण सिंह, बलवंत सिंह, लछम सिंह, दीवान सिंह आदि मौजूद थे।
Tushar Kandpal
संपादक