देहरादून। उत्तराखण्ड के जंगलों में धधकी आग अब विकराल रूप ले चुकी है। लगातार जंगल धधक रहे हैं और वन संपदा को खासा नुकसान पहुंच रहा है। पहले से चिलचिलाती गर्मी की मार झेल रहे लोगों को आग की घटनाओं ने और चिंता में डाल दिया है। हालात यह हैं कि कई जगहों पर जंगल की आग आबादी वाले इलाकों की तरफ रूख कर रही है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। आग की बढ़त घटनाओं को देखते हुए सेना भी अलर्ट हो गयी है और कई जगहों पर सेना के जवान आग बुझाने में जुटे हुए हैं। विगत दिवस प्रदेश के जंगलों में आग की रिकार्ड 227 घटनाएं दर्ज की गईं। जिनमें 561 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा। गढ़वाल क्षेत्र में आग बुझाने के प्रयास में एक ग्रामीण झुलसकर घायल हो गया। इसी के साथ प्रदेश में अब तक जंगल की आग की कुल 1443 घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें 2433 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। कुमाऊं की बात करें तो यहां भी जंगल आग से धू-धू जल रहे हैं, हर तरफ धुंआ-धुंआ है और लोग आग बुझने के लिए ईश्वर से कामना कर रहे हैं। कुमाऊं में आग बुझाने के दौरान दो व्यक्ति घायल हो गयी, जबकि एक व्यक्ति की मौत होने की खबर है। उधर नैनीताल जिले में अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर पाडली क्षेत्र में आग लगने से मार्ग पर पत्थर बरस रहे हैं, जिसके चलते आवाजाही प्रभावित हो रही है। यही नहीं पत्थर गिरने से हादसों का भय भी बन रहा है।
Tushar Kandpal
संपादक