बागेश्वर। आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए जिलाधिकारी रीना जोशी ने जिला मुख्यालय से लेकर कपकोट तहसील के मुनार तक भ्रमण किया। इस दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों, नदी-नालों, पुल, पैदल मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने हरसीला में सड़क पर बार-बार मलबा और पानी आने से सड़क बंद होने और सड़क के नीचले सुरक्षा दिवार के क्षतिग्रस्त होने को गंभीरता से लेते हुए बीआरओ को तत्काल पानी को डाइवर्ट कर सुरक्षा दिवार कार्य तुरंत प्रारंभ करने के निर्देश दिए। लोनिवि और सिंचाई विभाग को कार्य में बीआरओ की मदद करने के निर्देश दिए। साथ ही उपजिलाधिकारी कपकोट व बागेश्वर को कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश मौके पर दिए। उन्होंने कपकोट रैथल सड़क पर फालदा पुल के अपाटमेंट के पास हो रहें भू-कटाव रोकने हेतु तुरंत सुरक्षा कार्य कराने के निर्देश दिए साथ ही फालदा नाले को चैनेलाइज करने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए।
जिलाधिकारी ने बीते 28 जून को डणू नाले से हुए खड़गेडा गांव व असौ-बसकूना सड़क जो लगभग 02 किमी वॉसआउट (पूर्ण क्षतिग्रस्त) को स्थलीय किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लोनिवि को तुरंत आंगणन प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, साथ ही क्षतिग्रस्त सड़क को हल्के वाहनों के लिए एक सप्ताह के अंदर सुचारू करने के निर्देश दिए। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को भू-कटाव रोकने एवं ध्वस्त पैदल मार्ग कार्य मनेरगा में प्रस्तावित करने के निर्देश देते हुए जल संस्थान को असों, खडगेड़ा, बसकूना में वैकल्पिक रूप से पेयजल व्यवस्था सुचारू करने को कहा। जिलाधिकारी ने भारी वर्षो होने से मुनार गधेरे से ध्वस्त सड़क का मौका मुआयना किया।
Tushar Kandpal
संपादक