उत्तराखंड के बागेश्वर बस डिपो के उद्घाटन हुए पांच दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक बसों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है. जिससे स्थानीय लोग ठगा सा महसूस कर रहे हैं इसका उद्घाटन 4 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने किया था।
बीते 4 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर बस डिपो का जोर शोर से उद्घाटन किया था लेकिन पांच दिन बीत गए हैं लेकिन अभी तक बसों का संचालन नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं अभी तक 50 के सापेक्ष मात्र 9 कर्मचारियों की ही तैनाती हो पाई है जबकि सीएम धामी और परिवहन मंत्री चंदन राम दास पूरा ढांचा तैयार होने की बात कह रहे थे। आपको बात दे कि बागेश्वर के बिलौना में बने रोडवेज डिपो का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने किया था वर्तमान में डिपो के सहायक महाप्रबंधक का प्रभार अल्मोड़ा डिपो के सहायक महाप्रबंधक के पास है। बागेश्वर रोडवेज डिपो में कामकाज धीरे-धीरे सुचारु करने की कवायद शुरू हो गई है. साथ ही डिपो में कर्मचारियों की तैनाती की प्रक्रिया भी चल रही है। डिपो में स्टेशन अधीक्षक ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है एक लिपिक एक वर्कशॉप कर्मचारी और पांच चालक-परिचालकों की तैनाती भी हो गई है रोडवेज वर्कशॉप के लिए उपकरण खरीद का काम भी चल रहा है डिपो के कंप्यूटरीकरण के लिए भी कार्रवाई भी चल रही है कंप्यूटरीकृत होने के बाद ही डिपो का कामकाज पूरी तरह से सुचारू हो सकेगा।
बागेश्वर बस डिपो से 21 बसों का संचालन किया जाना है जिनके लिए 50 से ज्यादा चालक और परिचालकों की तैनाती की जानी है जिनमें अल्मोड़ा डिपो से पांच, पिथौरागढ़ डिपो से 27 चालक और परिचालकों के स्थानांतरित होने की सूची आ गई है। देहरादून डिपो, भवाली डिपो समेत अन्य डिपो से भी चालक और परिचालक आएंगे हालांकि अभी इन डिपो से आने वालों की सूची का इंतजार है। वहीं जब इसका उद्घाटन किया गया था, तब ये कह कर इसे प्रचारित किया जा रहा था कि डिपो उद्घाटन के दूसरे दिन से ही संचालित हो जाएगा सभी जगहों से बसों व कर्मचारियों के आने की बात कही जा रही थी जो अभी तक शुरू नहीं हो पाया है बता दें कि उत्तराखंड में अभीतक 18 बस डिपो थे. इसमें अब बागेश्वर बस डिपो भी शामिल हो गया है। इसके साथ ही उत्तराखंड में बस डिपो की संख्या 19 हो गई है।