बागेश्वर जिले के जंगलों में आग धधक रही है। पिछले कई दिनों में कई स्थानों पर जंगल आग की चपेट में आए. हर जगह आग लगने की सूचनाएं आ रही हैं। वन विभाग के कर्मचारी और फायर विभाग की टीम लगातार आग बुझाने में जुटी हुई है. हालांकि वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान वनाग्नि की मात्र 12 घटनाएं हुई हैं। जिससे 30 हजार 420 रुपए का नुकसान हुआ। बीते दिन जिला कार्यालय के पास लगी आग से स्वान केंद्र की वायरिंग जल गई। जिससे 40 से अधिक विभागों का काम प्रभावित हुआ है।
जिला मुख्यालय के सीमावर्ती जंगलों से लेकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के जंगल आग की चपेट में आए। बागेश्वर रेंज के जिला मुख्यालय के आसपास के हर जंगल में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। जिसमे बिलोना, पौड़ीधार, नदी गांव, कठायतबाड़ा, रेखौली, जोलकांडे, अम्स्यारीकोट, सहित दर्जनों जंगलों में आग लगी है। जिसे बुझाने के जिले फायर विभाग और वन विभाग की टीम लगातार जुटी हुई गई। वहीं कपकोट रेंज, गरुड रेंज और अन्य रेंजो ने भी लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक वनाग्नि की केवल 12 घटनाएं दर्ज हुई हैं. वनाग्नि से अब तक 11.566 हेक्टेयर वन क्षेत्र जला है। 30 हजार 420 रुपए का नुकसान हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जंगलों में लगातार लग रही आग से वन संपदा को नुकसान हो रहा है. स्वास्थ्य में भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।