बागेश्वर: भद्रतुंगा श्रीराम महोत्सव चरम पर है। सोमवार को रुद्रांक्ष और सिलिंग के पौधों का रोपण किया गया। सदानीरा सरयू के साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। हवन-यज्ञ और भजन-कीर्तन से सरयू का उद्गम स्थल गुंजायमान रहा।
वृष पुरुष किशन मलड़ा ने महामंडलेश्वर अभिराम दास त्यागी को देवकी लघु वाटिका मंडलसेरा के भ्रमण के लिए भी आमंत्रित किया। बताया कि क्षेत्र के लिए पूर्व में भी कई फलदार-छायादार पौधे भेजे और उनका रोपण कराया। उन्होंने आयोजकों से क्षेत्र को पर्यावरण संरक्षण के साथ ही फल प्रजाति के पौधा लगाने को कहा, जिससे स्वरोजगार भी मिलेगा।
सरयू माई के विश्व प्रसिद्ध प्राकृतिक सौंदर्य को और अधिक प्राकृतिक बनाने पर चर्चा की। एक जोड़ा सिलिंग के पौधे का रोपड़ किया।
महामंडलेश्वर अभिराम दास त्यागी ने रोपित पौधे के संरक्षण का संकल्प लिया। इस मौके पर देवानंद महाराज, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल, दयाल कुमल्टा, भगवत कोरंगा, नरेंद्र खेतवाल, चामू सिंह देवली, डा. जितेंद्र तिवारी, भुवन कांडपाल, रमेश पर्वतीय, जयंत भाकुनी आदि उपस्थित थे।
2100 दीयों से जगमगाया भद्रतुंगा
भद्रतुंगा में श्रीराम महोत्सव कार्यक्रम के तहत बीते रविवार की रात सरयू आरती आयोजित की गई। स्थल को 2100 दीये से सजाया गया। एक साथ जले दीयों से सरयू तट प्रयागराज की तरह जगमगा गया। यहां आए लोगों ने गंगा आरती की और देश की सुख संमृद्धि की कामना की।