आदिपुरुष में प्रभास श्रीराम जैसे नहीं लग रहे। साथ ही सैफ अली खान बने लंकेश को देखकर रावण वाली फील नहीं आ रही। ये लोगों की आदिपुरुष देखने के बाद कुछ शिकायतें थीं। वैसे तो और भी मुद्दों पर लोगों को आपत्ति हुई, लेकिन उनमें से किरदारों का चित्रण सबसे अहम था। लोगों का कहना था कि मॉडर्न बनाने के चक्कर में राम और रावण जैसे किरदारों को अजीब बना दिया। इंस्टाग्राम पर एक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस आर्टिस्ट ने इसी का तोड़ निकाला। उन्होंने AI टूल्स के ज़रिए आदिपुरुष के किरदारों को अलग ढंग से बनाया, जिससे वो मॉडर्न भी दिखें और वास्तविकता के करीब भी रहें।
दरअसल, ‘आदिपुरुष’ फिल्म की खूब आलोचना हो रही है। कोई डॉयलॉग्स पर सावल उठा रहा है। तो किसी को VFX ने निराश किया है। हो भी क्यों न आखिर बात रामायण की है। साथ ही बड़े बजट की फिल्म होने के कारण सबकी उम्मीदें ज्यादा थीं, जिस पर पानी फिर गया। बात चाहे रावण के हेयर स्टाइल, सीता के कपड़े और राम के क्रोध की हो, इस मूवी में वो सब कुछ दिखाया गया है जो रामायण के बारे में कभी ने सुना या देखा ही नहीं है। इस कारण जनता बेहद नाराज है। सोशल मीडिया पर रमानंद सागर के ‘रामायण’ के पुराने एपिसोड्स वायरल हो रहे हैं। सब एक ही बात कह रहे हैं कि फिल्म देखने से अच्छा है पुराना सीरियल देख लिया जाए।
मूवी पर तक-वितर्क लगातार जारी है। इसी बीच AI आर्टिस्ट ने अपनी कला का प्रदर्श कर लोगों का दिल जीत लिया है। आर्टिस्ट ने रामायण पात्र के रूप में फिल्म के स्टार कास्ट के लुक को अपनी कल्पना से बनाया है। कालकार ने राम (प्रभास), सीता (कृति सेनन) और हमुनान ( देवदत्त गजानन नागे) की बेहतरीन तस्वीरें बनाई हैं, जो काफी अट्रैक्टिव हैं।
SK MD अबू शाहिद नाम के आर्टिस्ट ने इंस्टाग्राम पर कुछ फोटोज़ शेयर की. यहां प्रभास के राम भगवा वस्त्र में दिख रहे हैं I ‘आदिपुरुष’ में उनके किरदार को चमड़े के कपड़े और जूते पहनाए गए थे I इस बात पर भी जमकर विरोध हुआ था। बहरहाल अबू शाहिद की बनाई ये फोटोज़ इंटरनेट पर फट पड़ी हैं। लोगों का कहना है कि फिल्म से ज़्यादा बढ़िया किरदार तो इस बंदे ने बना डाले। इसके पास अगर फिल्म जितना बजट होता, तो पता नहीं क्या कर डालता। कोई फिल्म डायरेक्टर ओम राउत को टैग कर कुछ सीखने की नसीहत दे रहा है। एक यूज़र ने लिखा,- मूवी से बढ़िया विज़ुअल्स तो मुझे यही लग रहे हैं।
दूसरे ने लिखा, भाई तूने काम क्यों नहीं किया ‘आदिपुरुष’ में. कम से कम मेरे 500 रुपए तो वसूल हो जाते.
एक यूज़र ने लिखा- अरे भाई AI ने लाख गुना अच्छा बनाया है. असलियत में ये होनी चाहिए थी ‘आदिपुरुष’.
एक यूज़र ने फिल्म वालों पर तंज कसते हुए लिखा- 600 करोड़ के बजट में रावण के 10 सिर स्क्रीन में फिट नहीं हो रहे थे. भाई ने कर के दिखा दिया.
अनिरुद्ध नाम के शख्स ने लिखा- ब्रो को ‘आदिपुरुष’ बनाने वालों की ज़रूरत नहीं, ‘आदिपुरुष’ वालों को इसकी ज़रूरत है.