रुड़की। अपनी ही बहन की हत्या करने वाले तीन भाईयों को एडीजे कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इसमें से दो सगे और एक ममेरा भाई है। बताया जाता है कि यह तीनों भाई प्रेम विवाह करने पर बहन से खासे नाराज थे और इसी के चलते तीनों ने बहन को मौत के घाट उतार दिया।
लक्सर एडीजे कोर्ट के शासकीय अधिवक्ता भूपेश्वर ठकराल ने बताया कि खानपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी नेपाल सिंह की बेटी प्रीति ने वर्ष 2014 में पड़ोसी गांव धर्मपुर निवासी ब्रजमोहन से प्रेम विवाह कर लिया था। इस विवाह से परिजन खुश नहीं थे और भाईयों को बहन की यह काम इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने बहन को ही ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया। बताया कि 18 मई 2018 को प्रीति के भाईयों ने मां-बाप से सुलह कराने का झांसा देकर उसे खानपुर के ही अब्दीपुर गांव में अपने मामा के घर बुलाया। प्रीति के मामा के घर पहुंचने पर सगे भाई कुलदीप, अरूण और ममेरे भाई राहुल ने गंडासे से काटकर प्रीति की निर्मम हत्या कर दी। प्रीति की मौत की खबर से ब्रजमोहन बदहवाश हो गया और बाद में उसने चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। विवेचना के दौरान पुलिस ने कुलदीप, राहुल और अरुण को जेल भेज दिया था। चौथे आरोपी का नाम मुकदमे से निकाल दिया गया था। विवेचना के बाद पुलिस ने इन्हीं तीनों के खिलाफ कोर्ट में आरोपपत्र भेजा था। तभी से इसकी सुनवाई लक्सर के एडीजे कोर्ट में चल रही थी। इस दौरान अभियोजन पक्ष ने पुलिस, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर समेत कुल 15 गवाह पेश किए थे। सुनवाई के बाद लक्सर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शंकर राज ने हत्या के इस मामले को रेयरेस्ट ऑफ द् रेयर मानते हुए तीनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है।
Tushar Kandpal
संपादक