जून 2022 में हुई एई और जेई परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में धामी सरकार ने सख्त कदम उठाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि मामले में जो भी दोषी होंगे, उनको बख्शा नहीं जाएगा। वहीं इस मामले में सीएम धामी के निर्देश पर नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि लोक सेवा आयोग कर्मी संजीव चतुर्वेदी ने ही ये पेपर भी लीक कराया था।
उत्तराखंड में पेपर लीक मामला सुर्खियों में बना हुआ है जिसको लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा है। वहीं सरकार ने जून 2022 में हुई एई, जेई परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एसआईटी हरिद्वार की जांच के बाद एई, जेई परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में कनखल थाने में 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कनखल थाना पुलिस की जांच में पेपर लीक से जुड़े ये 9 नाम सामने आए हैं। इसके साथ ही ये जानकारी भी सामने आई है कि लोक सेवा आयोग के कर्मी संजीव चतुर्वेदी ने ही ये पेपर भी लीक कराया था। चतुर्वेदी पटवारी-लेखपाल पेपर लीक मामले में भी मुख्य आरोपी है। इस खुलासे के बाद लोक सेवा आयोग की साख पर फिर बट्टा लगा है। मामले में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हाल ही में कुछ परीक्षाओं को लेकर लगातार शिकायतें मिली थीं. प्रारंभिक जांच की गई, जिसमें गड़बड़ी की पुष्टि हुई। उन्होंने कहा कि मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले भी विभिन्न भर्तियों में गड़बडी करने वालों को जेल भेजा गया है। साथ ही सीएम धामी ने कहा कि ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है, जिससे पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती परीक्षाएं हो सकें। सीएम ने कहा कि भर्ती कैलेंडर जारी कर उसके अनुरूप परीक्षाएं आयोजित की जा रही है। जल्द ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लाया जा रहा है। प्रदेश के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।