देहरादून। जम्मू कश्मीर में उत्तराखंड का लाल जवान रुचिन सिंह रावत सहीद हो गया था उनका पार्थिव शरीर आज जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा। जहां उन्हें गार्ड ऑफ ओनर दिया गया। साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राजौरी जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान विस्फोट में शहीद हुए लांस नायक रुचिन सिंह रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। लांस नायक रुचिन सिंह रावत चमोली जिले के गारसेन के रहने वाले थे।
आपको बता दें, उत्तराखंड का जवान रुचिन सिंह रावत जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गया। जवान रुचिन रावत मूल रूप से चमोली जिले के गैरसैंण का रहने वाले थे। वो भारतीय सेना के 9 पैरा कमांडो में तैनात थे। लांस नायक रुचिन रावत के शहीद होने की खबर से गैरसैंण समेत उत्तराखंड में शोक की लहर दौड़ गई। जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले के गैरसैंण के कुनीगाड़ गांव को रुचिन सिंह रावत (उम्र 29 वर्ष) शुक्रवार जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में मुठभेड़ के दौरान देश के लिए शहीद हो गए थे। रुचिन रावत के शहीद होने की सूचना पर उनके पैतृक गांव कुनीगाड़ में मातम छा गया। गांव में उनके माता पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। जवान रुचिन रावत अपने पीछे अपनी पत्नी एक बेटा, बूढ़े माता पिता समेत छोटे भाई और दादा दादी को छोड़ गए हैं। रुचिन का छोटा भाई विवेक रावत भी भारतीय नौ सेना में तैनात हैं। रुचिन अपनी पत्नी और बच्चे के साथ उधमपुर यूनिट में तैनात थे।