जनपद में आशा कार्यकत्रियों की राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बैठक हुई। चिकित्साधिकारी डॉ. वरुण भारद्वाज ने आशाओं को गर्भवती महिलाओं की पूरी जानकारी लेकर समय पर अस्पताल भर्ती कर सुरक्षित प्रसव कराने के निर्देश दिए। गांव में सभी को कृमि मुक्ति दवा एल्बडाजोल घर-घर जाकर खिलाने, कोविड की तीसरी डोज सभी को लगे इसके लिए प्रेरित करें। आशाओं ने प्रोत्साहन राशि खाते में न आने पर नाराजगी जताई। चिकित्साधिकारी को अपनी समस्या से रूबरू कराया। आशा फैसिलेटर हेमा भट्ट ने बताया ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ बनकर आशाएं कार्य कर रही हैं। इस बार घोषित प्रोत्साहन राशि अब तक न आने पर व बहुत मायूस हैं। दीपावली का त्योहार पर उन्हें उम्मीद थी कि प्रोत्साहन राशि जरूर पहुंचेगी, लेकिन नहीं आई। इस मौके पर जानकी साह, हेमा भट्ट, लक्ष्मी पांडेय, नीमा धामी, गीता कांडपाल, रेखा भंडारी, नीमा नगरकोटी, हेमा मेहरा, भागीरथी रावत, शांति गैढ़ा, पुष्पा पंत आदि मौजूद रहीं। चिकित्साधीक्षक डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि प्रत्येक आशा के खाते में शुक्रवार को ही 18-18 हजार रुपया डाल दिया है, शनिवार व रविवार को बैंक छुट्टी के कारण पैसा नहीं आया होगा। विभाग ने पैसा खातों में डाल दिया हैं।
Tushar Kandpal
संपादक