हल्द्वानी। समाज में जहां आज बिना मतलब कोई बात करना पसंद नही करता वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो निस्वार्थ भाव से लोगों की मदद करते है। शायद इन्ही लोगो की वजह से इंसानियत का अर्थ लोग समझते है और एकदूसरे की मदद करने की प्रेरणा भी लेते है। कुछ ऐसा ही एक मामला आज हल्द्वानी से सामने आया। दरअसल हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में आज एक 25 वर्षीय महिला की मौत हो गयी। बताया जाता है कि महिला को पीलिया हुआ था। महिला की मौत के बाद उसके परिजनों के पास इतना पैसा भी नहीं था कि वह उसका अंतिम संस्कार कर सके। पत्नी की मौत और आर्थिक स्थिति से जूझ रहे पति को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे, कैसे उसका अंतिम संस्कार करे। इसकी सूचना जब समाजसेवी हेमंत गोनिया को मिली तो वह अपने सहयोगियों के साथ अस्पताल पहुंचे और न केवल महिला का दाह संस्कार कराया, बल्कि उसके पति की मदद भी की। इस दौरान समाजसेवी गोनिया ने मोहन शर्मा, चंद्रशेखर जोशी, नगर मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, मनोज जोशी और संस्थाओं के सहयोग से हिन्दू रीति रिवाज से महिला का अंतिम संस्कार कराया।
जानकारी के अनुसार सीमा बहेड़ी, बरेली की रहने वाली थी और कई दिनों से अस्वस्थ चल रही थी। सीमा के पति प्रदीप कुमार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते वह काफी परेशान था। दाह संस्कार के बाद समाजसेवी गोनिया और अन्य लोगों ने उसे बरेली जाने के लिए 600 रुपए की मदद भी की और भोजन करवाया। सीमा के पति प्रदीप ने बताया कि उनका एक पुत्र था लेकिन कुछ समय पहले उसकी भी मौत हो चुकी थी। प्रदीप की पीड़ा सुनकर हर किसी की आंख नम हो गयी।
बता दें कि समाजसेवी हेमंत गोनिया लगातार जनहित के कार्यों में आगे रहते हैं और उत्तराखण्ड के ज्वलंत मुद्दों को सामने लाने का काम भी करते हैं। गोनिया बताते हैं कि अपने सहयोगियों की मदद से वह पिछले चार माह में 28 लावारिस मृतकों का दाह संस्कार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों की मदद के लिए हर किसी को आगे आना चाहिए। कहा कि जिस प्रकार प्रदीप आर्थिक संकट से जूझ रहा था उसी प्रकार कई और लोग भी भटकते हैं, ऐसे में हमारा कर्तव्य बनता है कि हम ऐसे लोगों की मदद को आगे आएं। उन्होंने कहा कि वह समाजहित और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं।