27/10/20-2022, उत्तराखंड। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन की रिपोर्ट में सामने आया है कि उत्तराखंड में मुद्रा स्फीति की दर देश की मुद्रा स्फीति से भी ज्यादा है। राज्य में मुद्रा का प्रवाह ज्यादा होने से महंगाई भी बढ़ रही है। यह रिपोर्ट राज्य के लिए चिंताजनक है।
दरअसल केंद्रीय सांख्यिकी संगठन की ओर से एक लिस्ट जारी की गई है जिसमे उत्तराखंड की मुद्रा स्फीति की दर भारत की मुद्रा स्फीति की दर से भी ज़्यादा निकली है यानी जिस रफ़्तार से देश मे महंगाई बढ़ रही है उसके मुकाबले उत्तराखंड राज्य में महंगाई की दर और भी ज़्यादा रफ़्तार से आगे निकल रही है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह सरकारी व्ययो में निरंतर वृद्धि बताई जा रही है।
जारी आंकड़ों की माने तो भारत में जून 2021 में मुद्रा स्फीति की दर 5.32 फीसदी थी जो जुलाई 2021 तक निरंतर बढ़ती रही। इसके सापेक्ष राज्य में साल 2021 में मुद्रा स्फीति की दर 5.57 फीसदी थी। यह माह दिसंबर 2021 में सर्वाधिक 5.83 फीसदी थी।साल 2021 के जून में देश में 6.26 फीसदी जबकि राज्य में 5.32 फीसदी थी। इसके अलावा अगस्त में देश की मुद्रा स्फीति की दर 5.30 फीसदी जबकि राज्य में 5.25 फीसदी रही। इनके अलावा बाकी किसी महीने में उत्तराखंड की मुद्रा स्फीति की दर देश की मुद्रा स्फीति की दर से कम नहीं रही है। रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2022 से मार्च 2022 तक राज्य में मुद्रा स्फीति की दर में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
नीचे दिए आंकड़े केंद्रीय सांख्यिकी संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दिए गए हैं,जो बेहद चिंताजनक है।।
माह भारत उत्तराखंड
जनवरी 4.06 5.57
फरवरी 5.03 6.14
मार्च 5.52 6.40
अप्रैल 4.23 –
मई 6.30 –
जून 6.26 5.32
जुलाई 5.59 5.80
अगस्त 5.30 5.25
सितंबर 4.35 4.35
अक्तूबर 4.48 4.61
नवंबर 4.91 5.16
दिसंबर 5.59 5.83
राज्य महंगाई दर
1- हरियाणा 7.23
2- पश्चिम बंगाल 7.11
3- जम्मू कश्मीर 6.74
4- तेलंगाना, हिमाचल 6.72
5- उत्तर प्रदेश 6.71
6- मध्य प्रदेश 6.52
7- महाराष्ट्र 6.47
8- उत्तराखंड 6.38
9- कर्नाटक 6.20
10- झारखंड 6.19