06/10/2022. बागेश्वर। नगर की स्वच्छता रैंकिंग में इस बार काफी सुधार हुआ है। स्वच्छता के मामले में बागेश्वर नगर पालिका प्रदेश में 19वें स्थान से छठे स्थान पर आ गई है। नगर की स्वच्छता रैकिंग में सुधार और साफ-सुथरा बनाने में सबसे बड़ी बाधा ट्रंचिंग ग्राउंड का न होना भी है।
छह दशक पहले बागेश्वर में निकाय अस्तित्व में आ गया था। अब नगर लगातार विस्तार कर रहा है। पिछले परिसीमन में नगरपालिका क्षेत्र में आसपास के गांवों को भी शामिल किया गया था। अब नगर की आबादी 30 हजार के पार कर गई है। नगर से हर रोज निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए ट्रंचिंग ग्राउंड की सुविधा नहीं मिल पाई। ट्रंचिंग ग्राउंड के अभाव में नगर का कूड़ा बागेश्वर-दफौट रोड पर पुलिस लाइन के पास निस्तारित किया जाता है।
सड़क के किनारे कूड़ा निस्तारित करने से जहां दफौट रोड में गंदगी पसरी रहती है। सड़ांध निकलती है, बरसात के सीजन में कूड़ा सरयू तक पहुंच जाता है। वनस्पतियों को भी नुकसान होता है। पुलिस लाइन को भी कूड़े दो-चार होना पड़ता है। ट्रंचिंग ग्राउंड होता तो कूड़े का निस्तारण सिस्टम से होता। कूड़ा रिसाइकिल की सुविधा मिलती। पालिका प्रशासन का दावा है ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन चयनित कर ली गई है। प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए बजट शासन से कब अवमुक्त होता है, इसका जनता को इंतजार है।
ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए 40 नाली जमीन चयनित कर ली गई है। डीपीआर तैयार हो गई है। 3.86 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बजट अवमुक्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।
-सुरेश खेतवाल, पालिकाध्यक्ष बागेश्वर।