बागेश्वर। सेवा से हटाने की खबर मिलते ही उपनल संविदा कर्मचारियों का पारा चढ़ गया। गुस्साए कर्मचारियों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान भी किया। कहा कि जब कोविड काल चल रहा था तब उन्होंने अपनी परवाह किए बिना लोगों की सेवा की और काम प्रभावित नहीं होने दिया। कहा कि अब जब कोरोना के मामलों में गिरावट आ रही है कि उन्हें हटाने का मन बनाया जा रहा है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इससे पूर्व कर्मचारियों ने रविवार को सीएमओ कार्यालय में धरना देकर आंदोलन शुरू किया था। उपनल कर्मियों का कहना है कि पिछले दो साल से 85 कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरी निष्ठा से सेवा दे रहे हैं। अब महामारी का असर कम होने पर विभाग ने जनवरी से मानदेय नहीं दिया है और सेवा से भी हटाने की बात कही जा रही है। कर्मचारियों ने मार्च में खत्म हो रही सेवा को विस्तार देते हुए आगे बढ़ाने या स्वास्थ्य विभाग की किसी इकाई में समायोजित करने की मांग की। वहां पर चंदन लाल, गौरव बोरा, आनंद प्रसाद, रोहित पंत, सुरेंद्र प्रसाद, दीपा देवी, नीलम, रेखा आदि थीं।
Tushar Kandpal
संपादक