बागेश्वर। जंगलों को आग से बचाने के लिए वन विभाग को ग्रामीणों के साथ मिलकर काम करना चाहिए और इच्छुक ग्रामीणों को आग रोकने का प्रशिक्षण देना चाहिए, ताकि वनाग्नि को फैलने से रोका जा सके। यह बात जिलाधिकारी विनीत कुमार ने बैठक के दौरान कहीं। डीएम की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में शनिवार को हुई जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक में अग्नि सुरक्षा योजना के उद्देश्य, घटना के प्रकार, कारण, दुष्परिणाम, नियंत्रण आदि पर चर्चा की गई। डीएम ने कहा कि आम लोग क्षेत्र में लगने वाली वनाग्नि की सूचना वन विभाग या कंट्रोल रूम को समय पर दे सके, इसके लिए अति संवेदनशील स्थलों पर वन विभाग और कंट्रोल रूम के नंबरों का प्रचार-प्रसार किया जाए। डीएम ने यूपीसीएल को पेड़ों की लॉपिंग करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि आग रोकने के लिए जनसहभागिता बढ़ाई जानी चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि संबंधित ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सदस्यों को प्रशिक्षण देकर उनके दायित्व निर्धारित किए जाएं। उन्होंने कहा कि घटनाओं को कम करने के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं और जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। ग्राम पंचायत स्तर पर गोष्ठियां आयोजित कर अधिकतम लोगों को जागरूक किया जाए। डीएफओ हिमांशु बागरी ने अग्निकाल के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में एसपी अमित श्रीवास्तव, सीडीओ डीडी पंत, परियोजना निदेशक संजय सिंह, एसडीएम हर गिरि, ईई लोनिवि बागेश्वर राजकुमार सिंह, ईई कपकोट संजय पांडे, ईई जल संस्थान डीएस देवड़ी, परिवहन कर अधिकारी हरीश रावल, जीएम उद्योग जीपी दुर्गापाल, तहसीलदार पूजा शर्मा आदि थे।
Tushar Kandpal
संपादक