बागेश्वर। मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षकों का आक्रोश बढ़ता ही जा रही है। इस दौरान राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षकों ने शासन-प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए तहसीर परिसर में धरना प्रदर्शन किया। कहा गया कि आश्वासन देने के बाद भी शासन-प्रशासन द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। विगत दिवस गरुड़, कांडा, काफलीगैर, कपकोट और बागेश्वर तहसील परिसरों पर पटवारी गरजे। उन्होंने नारेबाजी की और धरना दिया। कहा कि पिछले दो सप्ताह से वह हड़ताल पर हैं। ग्रामीण क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे है। भूमि और अन्य प्रमाणपत्रों के लिए उन्हें ग्रामीणों के फोन आ रहे हैं। भूमि खरीद आदि भी नहीं हो पा रही है। कई खरीदारों के रजिस्ट्रेशन रुके हुए हैं। इसके बावजूद सरकार ने जाग रही है। लोग यदि परेशान रहे तो इसका खामियाजा सरकार को ही भुगतना पड़ेगा। जिलाध्यक्ष जगदीश परिहार ने कहा कि सरकार ने उनसे वादा किया था कि उनकी मांग पूरी होगी, लेकिन अब तक मांग पूरी नहीं हो पाई है। संघों की आपसी सहमति के आधार पर संगठन की आपत्ति के बाद भी एकीकरण का प्रस्ताव तैयार किया है। इस मौके पर कुंदन सिंह मेहता, सुरेंद्र कुमार, सुरेश सिंह राठौर, प्रवीण सिंह टाकुली, रमेश चंद्र, भगवती जोशी, मनोज कुमार, पप्पू लाल आदि मौजूद थे।
Tushar Kandpal
संपादक